मानव संसाधन विकास मंत्री द्वारा 1000 नवाचारी शिक्षक सम्मानित, 35 नवाचार पुस्तिकाओं का विमोचन
नई दिल्ली, 6 मार्च, 2020 /PRNewswire/ -- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), दिल्ली के डोगरा हॉल में शिक्षा में नवाचारों पर राष्ट्रीय सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह समारोह श्री अरविंद सोसाइटी और एच.डी.एफ.सी. बैंक द्वारा आयोजित किया गया।
समारोह के मुख्य आकर्षण
- मानव संसाधन विकास मंत्री, श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने 1000 से अधिक शिक्षकों को नवाचारों के लिए सम्मानित किया
- समारोह में राज्य-स्तरीय 35 नवाचार पुस्तिकाओं का विमोचन किया गया
- सूचना एवं प्रसारण मंत्री माननीय श्री प्रकाश जावड़ेकर ने नवाचारी शिक्षकों का प्रोत्साहन किया
- ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री एवं कृषि और किसान कल्याण मंत्री माननीय श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने श्री अरविंद सोसायटी और एच.डी.एफ.सी बैंक के शिक्षा में 'शून्य निवेश नवाचार' (ZIIEI) कार्यक्रम के माध्यम से व्यापक स्तर पर शिक्षकों तक पहुंचने के प्रयास को सराहा
- मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री संजय शामराव धोत्रे ने अपने संबोधन से शिक्षकों और शिक्षा अधिकारियों का मनोबल बढ़ाया
- लघु उद्योग राज्य मंत्री माननीय प्रताप चंद्र सारंगी ने इस अवसर पर श्री अरविंद सोसाइटी का आभार व्यक्त करते हुए नवाचारी शिक्षकों को शुभकामनाएं दी
- वित्त राज्य मंत्री माननीय श्री अनुराग ठाकुर ने आयोजन में शिक्षकों को प्रेरित किया
- भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री राम माधव ने शिक्षकों को उनके अद्दितीय शिक्षण नवाचारों के लिए सराहा
माननीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने शिक्षा के क्षेत्र में अद्वितीय नवाचारों के लिए देश भर के 1000 से अधिक शिक्षकों को सम्मानित किया।
'शून्य से सशक्तिकरण' नामक समारोह में एक हज़ार से अधिक शिक्षकों को उनके शून्य-निवेश नवाचारों के लिए सम्मानित किया गया। ये नवाचार शिक्षकों द्वारा अपने-अपने विद्यालयों में क्रियान्वित किया जा रहे हैं। इस समारोह में राज्य-स्तरीय 35 नवाचारी पुस्तिकाओं का लोकार्पण भी किया गया। इन नवाचारी पुस्तिकाओं में विभिन्न राज्यों के शिक्षकों द्वारा सबसे प्रभावी नवाचारों को संकलित किया गया है। दिनांक 1 और 2 मार्च को श्री अरविंद सोसाइटी और एच.डी.एफ.सी बैंक द्वारा इस समारोह का आयोजन विद्यालयी शिक्षकों के नवीन और सर्वोत्तम नवाचारों को सम्मान देने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), दिल्ली के डोगरा हॉल में किया गया था।
मानव संसाधन और विकास मंत्री माननीय श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक', एन.सी.टी.ई की अध्यक्षा डॉ. सतबीर बेदी, एच.डी.एफ.सी बैंक की ग्रुप हेड आशिमा भट्ट, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के संभागीय आयुक्त श्री आशीष गोयल, श्री अरविंद सोसायटी के अध्यक्ष श्री प्रदीप नारंग, श्री अरविंद सोसायटी के उपाध्यक्ष श्री विजय पोद्दार के साथ श्री अरविंद सोसायटी के शिक्षा निदेशक श्री संभ्रान्त शर्मा ने 1000 नवाचारी शिक्षकों को सम्मानित किया और 35 नवाचारी पुस्तिकाओं का लोकार्पण किया।
समारोह में उपस्थित शिक्षकगण, शिक्षा अधिकारी, श्री अरविंद सोसाइटी के सदस्यों और पत्रकारों को संबोधित करते हुए, श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने देश की शिक्षा व्यवस्था को उन्नत करने के लिए शिक्षकों के सशक्तिकरण पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में श्री अरविंद सोसायटी और एच.डी.एफ.सी बैंक के समर्पण भाव और सच्चे प्रयासों की भी सराहना की और भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी।
समारोह को संबोधित करते हुए मानव संसाधन और विकास मंत्री ने कहा "मैं आशा करता हूं कि अगले वर्ष से हम इस दिन को नवाचारी शिक्षक दिवस के रूप में मनायेंगे। शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों के योगदान को पहचान कर आगे लाने में श्री अरविंद सोसायटी और एच.डी.एफ.सी. बैंक के उत्कृष्ट प्रयास के लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं।" उन्होंने आगे कहा यह संस्था राष्ट निर्माण में आधार का काम रही है।
माननीय मंत्री श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने इस अवसर पर एच.डी.एफ.सी. बैंक की राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की और सम्मान स्वरूप आशिमा भट्ट, ग्रुप हैड, एच.डी.एफ.सी बैंक को स्मृति चिन्ह भेंट किया। समारोह में आशिमा भट्ट, ग्रुप हैड, एच.डी.एफ.सी बैंक ने कहा कि एच.डी.एफ.सी. बैंक शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रतिबद्ध है, और श्री अरविंद सोसाइटी के साथ मिलकर प्रयास करते हुए उन्हें आशा है कि देश में गुणात्मक शिक्षक को नई ऊंचाइयां प्राप्त होंगी।
एच.डी.एफ.सी बैंक की सी.एस.आर प्रमुख नुसरत पठान और हेड रिटेल बैंकिंग श्री विकास वाहल भी समारोह में शामिल हुए।
समारोह में अपनी बात रखते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि नवाचार शोध की जननी होती है। एक राष्ट्र नवाचार के बिना प्रगति नहीं कर सकता।
समारोह को कृषि और किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री माननीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर, मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री संजय शामराव धोत्रे, केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यम मंत्रालय के राज्य मंत्री श्री प्रताप चंद्र सारंगी, वित्त राज्य मंत्री श्री अनुराग ठाकुर, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री राम माधव ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर श्री जे.एम बाला मुरुगन- प्रमुख सचिव, राज्यपाल पंजाब और श्री अमरेन्द्र कुमार सेंगर- इन्सपेक्टर जनरल, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दल ने भी शिक्षकों को प्रोत्साहित किया।
कृषि और किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री माननीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा "मुझे आशा है कि शिक्षक अपने नेक काम के माध्यम से शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए योगदान करना जारी रखेंगे। अभिनव शिक्षक अपने छात्रों में ऐसे नैतिक और मानवीय मूल्यों को विकसित करते हैं जो एक प्रगतिशील राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।"
मुख्य विकास पदाधिकारी, फर्रुखाबाद, श्री राजेंन्द्र पेनसिया ने शिक्षकों द्वारा कक्षा में आनंदपूर्ण वातावरण बनाने पर जोर दिया और साथ ही कहा शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार कार्यक्रम के अतंर्गत चलाए जा रहे इनोवेटिव पाठशाला अभियान की भी सराहना की।
वहीं मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री संजय शामराव धोत्रे ने अपने संबोधन में कहा कि ''नवाचार शिक्षा का मजबूत अंग है। शिक्षकगण अपने दायित्व का पालन करते हुए देश के भविष्य को तैयार कर रहे हैं। शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार जैसे कार्यक्रम की पहल के कारण हम शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति कर पा रहें हैं। ''
समारोह में उपस्थित आई.आई.टी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर वी.रामगोपाल राव ने कहा कि नवाचार समय की मांग है और हमें अपने विद्यार्थियों को एक ऐसे प्रेरणात्मक माहौल देने की आवश्यकता है जिससे वे अपने जीवन में स्व-उद्दमी बनने के लिए सक्षम बन सकें।
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यम मंत्रालय राज्य मंत्री श्री प्रताप चंद्र सारंगी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि "हजार से अधिक नवाचारी बुद्धिजीवी शिक्षकों से मिलना खुद को समृद्ध करना है। शिक्षक कितना पढ़ाते हैं ये महत्वपूर्ण नहीं है, महत्वपूर्ण है कि छात्र उसमें से कितना ग्रहण कर पाते हैं। व्यक्ति को अधिकार से अधिक कर्तव्य के प्रति सजग रहना चाहिए। इसलिए शिक्षक पाठ्यक्रम कि शिक्षा के साथ छात्रों को संस्कार की सीख भी दें"।
श्री अरविंद सोसायटी के रुपांतर कार्यक्रम के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर श्री मंयक अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार कार्यक्रम शहरी क्षेत्रों से लेकर दूरस्थ इलाकों तक के शिक्षकों तक पहुंचने में सफल हो चुका है।
नवाचारी शिक्षकों को संबोधित करते हुए वित्त राज्य मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने कहा ''भारत एक युवा आवादी वाला देश है। हमें उन्हें अच्छी शिक्षा प्रदान करने और उनमें नैतिक मूल्यों को विकसित करने की आवश्यकता है"।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री राम माधव ने कहा "शील और चिंतन के मिश्रण से ही शिक्षक बनते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का पहला दायित्व यह है कि वह छात्रों को शीलवान बनने की सीख दे।" श्री अरविंद सोसायटी को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि ''सोसायटी शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारयुक्त शिक्षा प्रणाली को विकसित कर महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। मैं उनके कार्यों की सराहना करता हूं।''
एन.सी.ई.आर.टी के निदेशक, श्री ऋषिकेश सेनापति ने शिक्षकों को राष्ट्र का स्तंभ कहते हुए कहा कि यह पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण है। हमारे देश के शिक्षक नवीनीकरण के आधार पर एक पूरी पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने में अग्रसर हैं।
समारोह दो महत्वपूर्ण चर्चा सत्रों का साक्षी रहा, जिसमें विशेष वक्ताओं ने अपने अनुभवों को साझा किया और आधारभूत नवाचारों की आवश्यकता के बारे में बताया।
ए.सी.एस शिक्षा, सिक्किम के श्री जी.पी उपाध्याय, शिक्षा सचिव, पुडुचेरी के श्री ए. अनबासरु, एन.सी.टी.ई के सचिव सदस्य श्री संजय अवस्थी, केरला शिपिंग एंड आईलैंड नेविगेशन कॉरपोरेशन के मैनेजिंग डाइरेक्टर, श्री प्रशांत नायर ने सामूहिक रुप से शून्य निवेश नवाचारों के दृष्टिकोण से माइक्रो इनोवेशन के महत्व पर बात करते हुए अधिक से अधिक शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी की बात कही। इस सत्र की अध्यक्षता श्री अरविंद सोसायटी के रुपांतर कार्यक्रम, आउटरीच एंड पार्टनरशिप्स विभाग के प्रमुख श्री नितिन भल्ला ने की।
अन्य चर्चा सत्र में 'नवाचारों के वृहत स्त्रोत और उसके क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों' के मुद्दे पर बात करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सलाहकार, डॉ. राजेश नथानी, कैंब्रिज यूनिर्वसिटी प्रेस, ब्रांड एंड पी.आर की उपाध्यक्ष प्रीती हिंगोंरानी, के.पी.एम.जी के एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट के पार्टनरशिप हेड श्री नारायणा रामास्वामी ने सामूहिक रुप से इस बात पर जोर दिया कि बुद्धि और ज्ञान को सभी के साथ साझा करने से शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी बहुत सारी समस्याओं का समाधान प्राप्त होता है। इस सत्र में श्री अरविंद सोसायटी, दिल्ली की हेड क्वालिटी एशुयोरेंस डॉ. सिम्मी महाजन की भी सहभागिता रही।
श्री अरविंद सोसाइटी एक अंतराष्ट्रीय, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक स्वयं सेवी संस्था है। भारत सरकार से संस्था को एक शोध संस्थान और राष्ट्र व्यापी महत्व की संस्था का स्थान प्राप्त है। रूपांतर, श्री अरविंद सोसाइटी का गतिशील और बहु-आयामी कार्यक्रम है, जो कि जन-शक्ति और उपलब्ध संसाधनों को आधार बनाकर विद्यालयों की शिक्षा में महा-परिवर्तन साकार करने के लिए समर्पित है। 'शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार' कार्यक्रम रूपांतर का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य शिक्षकों द्वारा किये जा रहे शून्य निवेश नवाचारों की पहचान, समर्थन और प्रोत्साहन करना है।
Media Contact:
Poonam Sharma
[email protected]
Photo: https://mma.prnewswire.com/media/1120545/National_Conference_and_National_Award_Ceremony.jpg
Share this article