भारत को सशक्त बनाना: नए RMI शोध ने भारत को स्वच्छ ऊर्जा की महाशक्ति बताया
RMI की नई रिपोर्ट दर्शाती है कि भारत किस प्रकार एक नई, कुशल, औद्योगिक अर्थव्यवस्था की ओर मार्ग दिखा रहा है।
नई दिल्ली, 26 मई, 2025 /PRNewswire/ -- RMI ने एक नई रिपोर्ट, Empowering India: The Clean Energy Growth Opportunity जारी की है, जो दर्शाती है कि भारत अपनी तेजी से बढ़ती बिजली की मांग को किफ़ायती, स्वच्छ और कुशल नवीकरणीय ऊर्जा के साथ किस प्रकार से पूरा कर रहा है।
भारत में ऊर्जा की मांग 2050 तक तीन गुणा हो सकती है, विशेषत: गर्म होती दुनिया में अंतरिक्ष कुलिंग की आवश्यकता को देखते हुए। RMI द्वारा किए गए शोध का यह नया संग्रह इस बात पर प्रकाश डालता है कि भारत जीवाश्म ईंधन और आयात निर्भरता से दूर होकर स्वच्छ टेक्नोलॉजियों के साथ बढ़ती ऊर्जा मांग को किस प्रकार से पूरा करने के साथ-साथ लागत में कमी ला रहा है, तथा नौकरियां, घरेलू विनिर्माण, और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ा रहा है। नीति और नवाचार के माध्यम से भारत ने उल्लेखनीय गति, पैमाने और बचत के साथ स्वच्छ ऊर्जा प्रणाली की दिशा में प्रगति की है।
रिपोर्ट यहां पढ़ें: https://rmi.org/insight/empowering-india/
प्रमुख निष्कर्षों में निम्न शामिल हैं:
- भारत किसी भी अन्य क्षेत्र की तुलना में अधिक विकास और निर्माण करने के लिए तैयार है - जिसमें वार्षिक इस्पात उत्पादन में विश्व की लगभग आधी वृद्धि भी शामिल है। वाहनों की संख्या में तीन गुणा वृद्धि तथा एयर कंडीशनरों की संख्या में नौ गुणा वृद्धि के साथ, 2050 तक भारत की बिजली की मांग तीन गुणा हो सकती है।
- यह वृद्धि पहली बार में ही सही निर्माण करने का एक अद्वितीय अवसर है। संयुक्त राज्य अमेरिका या यूरोप के विपरीत, भारत में मध्य-शताब्दी की लगभग सभी इमारतें अभी तक नहीं बनी हैं। कुशलतापूर्वक और सफाई से विकास करने से आत्मनिर्भरता बढ़ती है और प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलता है।
- जीवाश्म ईंधन का आयात महंगा है - इसकी लागत देश के सकल घरेलू उत्पाद का 5% है। लेकिन नवीकरणीय ऊर्जा आसानी से उपलब्ध है, और सौर मॉड्यूल, पवन जनरेटर और बैटरी सैल्स के विनिर्माण में भारत पहले ही आत्मनिर्भरता प्राप्त कर रहा है। भारत में निर्माणाधीन सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना, संयुक्त राज्य अमेरिका या यूरोप की सबसे बड़ी परियोजना के आकार से लगभग 4 गुणा बड़ी है।
- हाल के महीनों में, नए सौर + भंडारण से प्राप्त बिजली नए कोयले की तुलना में सस्ती हो गई है, और नए सौर ऊर्जा संयंत्र स्वयं में मौजूदा कोयला बिजली संयंत्रों की तुलना में सस्ते हो गए हैं।
- अविश्वसनीय अवसर के बावजूद, भारत को वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा निवेश का केवल 4% ही प्राप्त होता है। यदि वित्तीय सहायता मिल जाती है, तो भारत का यह परिवर्तन सदी के मध्य तक यूरोप और उत्तरी अमेरिका के संयुक्त उत्सर्जन से भी अधिक उत्सर्जन बचा सकता है - साथ ही पूरे विश्व में उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
RMI का परिचय:
Rocky Mountain Institute (RMI) सभी के लिए समृद्ध, आत्मनिर्भर, स्वच्छ ऊर्जा भविष्य को सुरक्षित करने के लिए बाजार संचालित समाधानों के माध्यम से वैश्विक ऊर्जा प्रणालियों को परिवर्तित करता है। नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों को बढ़ाने, ऊर्जा की बर्बादी को कम करने और सस्ती स्वच्छ ऊर्जा तक पहुंच बढ़ाने के लिए RMI व्यवसायों, नीति निर्माताओं और समुदायों के साथ काम करता है।
मीडिया संपर्क:
Leah Komos
[email protected]

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