नई दिल्ली, August 22, 2016 /PRNewswire/ --
जुलाई के आखिरी हफ्ते के 2 दिनों के दौरान, भारत में मध्यम से निचली श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए जॉब पोर्टल - MeraJob को ऑनलाइन जालसाजों ने निशाना बनाया, जो कंपनी के referral rewards program से अनुचित फायदा उठाने के लिए था। ज्यादातर नकली डेटा (डिस्पोजेबल ईमेल पते, निरर्थक नामों आदि) के कारण रेफरल्स में तेज बढ़ोत्तरी को जल्दी भांपकर MeraJob ने प्रोग्राम रोक कर दिया और मामले की विस्तार से जाँच शुरू कर दी। संदर्भित अभ्यर्थियों और उनके प्रोफाइल बनाने के बीच लगे समय की जाँच करने से ही MeraJob को गड़बड़ी का अंदाजा हो गया। आमतौर से, संदर्भित अभ्यर्थियों को उनके SmartProfiles™ बनाने में हफ्तों लगते हैं। दो दिनों के अंदर किए गए इन संदर्भों में SmartProfiles™ मिनटों में तैयार कर दिए गए, जो साफ बताते हैं कि ऑनलाइन जालसाजी करने वाले लोग नकली अभ्यर्थियों, या ऐसे अभ्यर्थियों के SmartProfiles™ बना रहे थे जो ऑनलाइन पोर्टल सेवाएं लेने के इच्छुक नहीं थे।
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इसके बाद जो हुआ वह और भी अजीब था। इन ऑनलाइन धूर्तों ने कंपनी के Facebook पेज पर अपशब्दों, कम रेटिंग और धमकियों से भरी टिप्पणियाँ कीं। उनको लगा था कि इन धमकियों के दबाव में आकर MeraJob जालसाज और अपात्र लोगों को भी रेफरल रिवार्ड दे देगा। उनकी समझ में वे ऐसे व्यवहार से सफल हो सकते थे।
यह साइबर धोखाधड़ी का नया रूप है। यह छिपे रहकर अत्याधुनिक उपकरणों के जरिए काम करने वाले हाई-टेक प्रोग्रामरों का मामला नहीं है। इसके बजाय ये डिजिटल उपयोक्ता युवा हैं जिन्होंने ऑनलाइन फॉलोइंग बना रखी है, जिनके पास बस एक मोबाइल फोन, डेटा कनेक्शन और सोशल मीडिया पर बड़ी तादाद में फॉलोइंग होती है। वे ऐसे अवसरों को पहचानने में अन्य युवाओं की मदद करते हैं और प्रायः डिजिटल उपयोक्ताओं का दोहन करते हैं और अक्सर साइबर धोखाधड़ी और गैरकानूनी गतिविधियाँ भी करने लगते हैं। ये पथभ्रष्ट डिजिटल युवा, अन्य युवा फॉलोअर्स को अनैतिक ढंग से पैसा बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे अधिकांश युवा, वित्तीय जालसाजी, और कानूनी कार्यवाही सीमाओं, या डिजिटल सुरक्षा या प्रक्रिया की कमियों का फायदा उठाने वाली गतिविधियों द्वारा ऑनलाइन पैसा कमाने के बीच अंतर को समझ नहीं पाते। डिजिटल उस्तादों के ऐसे भोले अनुयायी अपने डिजिटल वॉलेट में कुछ सौ रूपयों के बदले नौकरी के जालसाजीपूर्ण इच्छुकों के दर्जनों रेफरल करते रहे हैं और उन्होंने इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि ऐसा करके वे कानूनी सीमाओं का उल्लंघन कर रहे हैं।
संभवतः गुमनाम बने रहने की खूबी, तथा ऐसे अनुभवों ने ऐसे उस्तादों को ऑनलाइन ट्रॉलिंग करने के लिए प्रेरित किया होगा कि अनेक कंपनियाँ, कुछ लाख रूपए की हानि को लेकर लम्बी लड़ाई नहीं लड़तीं। उनके लिए पहचान चुराना, नकली प्रोफाइल हैकिंग से अधिक नहीं हैं।
इस संबंध में Sumit Ray, डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर, MeraJob ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि, "अब हर कोई इंटरनेट उपयोक्ता है और ऐसी योजनाएं तैयार करने के लिए किसी को सॉफ्टवेयर इंजीनियर या कॉलेज ग्रेजुएट भी होने की ज़रूरत नहीं। इस दो दिनों की 'लूट' (रेफरल प्रोग्राम का बड़े पैमाने पर दुरूपयोग प्रोत्साहित करने के लिए अनेक अपचारी व्यक्तियों द्वारा अपनी वेबसाइटों और फेसबुक पन्नों पर प्रयोग किया गया वास्तविक शब्द) 15-25 वर्ष आयु वाले हैं और डिजिटल उपयोक्ता हैं। इंटरनेट के उपयोग के मामले में हमारे समाज के ऊँचे से लेकर निचले तबके तक कुशल हैं और ऑनलाइन रिवार्ड ऑफर किए जाते समय सतर्कता बहुत महत्त्वपूर्ण होती है।"
MeraJob ने इससे दोहरा सबक सीखा है: पहला तो ऐसे प्रोग्राम की स्पष्ट असुरक्षित स्थिति से जुड़ा है, लेकिन दूसरा अधिक महत्त्वपूर्ण है, यह दर्शाता है कि भारत में कुशल, दक्ष, लेकिन बेरोजगार लोगों की कितनी बड़ी तादाद मौजूद है। यह एक घटना, भारतीय कौशल अभाव और बेरोजगारी के बारे में सारे आंकड़ों से ज्यादा साफ झलक देती है।
सरकारी रिपोर्टों के अनुसार, हर साल भारत में लगभग 30 लाख ग्रेजुएट जॉब मार्केट में प्रवेश करते हैं, लेकिन केवल 5 लाख को ही नौकरी के योग्य माना जाता है। ऐसा अनुमान है कि भारत में बढ़ता कौशल अभाव, 2022 तक 25 करोड़ कर्मचारियों से अधिक हो जाएगा। कौशल और व्यावसायिक प्रशिक्षण पर नौकरियों के सृजन से तालमेल में जोर नहीं दिया गया है, इस प्रचलित धारण के विपरीत कि नौकरियों की अनुपलब्धता ही एकमात्र मसला है। National Skill Development Corporation (NSDC), National Career Service (NCS), Pradhan Mantri Kaushal Vikas Yojna (PMKVY), और अन्य एजेंसियों के माध्यम से चलाया जाने वाला सरकार का महत्त्वाकांक्षी Skill India flagship program, यह कमी दूर करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
इस तरह से, यह बहुत प्रभावशाली उदाहरण है जो दिखाता है कि किस तरह से सैकड़ों युवा, पैसे कमाने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म पर भरपूर प्रयास करने के इच्छुक हैं। यह माना जा सकता है कि उनमें से कुछ हठी होंगे और उनके लिए वैध साधन उपलब्ध होने के बावजूद वे बेईमानी वाले उपायों का सहारा लेंगे। लेकिन बड़ी संख्या में लोगों के लिए यह किसी बेहतर विकल्प के अभाव में अस्थायी समाधान होगा। ये स्मार्ट, सजग युवा हैं जो प्रेरणाओं से भरे हुए हैं। उनको बस सही अवसरों की, और उनकी प्रतिभा दिखाने के लिए सही माध्यम की ज़रूरत है।
साइबर सुरक्षा, रोजगार के तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है, जिसमें विश्वस्तर पर अवसर उपलब्ध होते हैं। अभ्यर्थियों के लिए 'उपयुक्त नौकरियाँ' खोजने के लिए व्यवहार का विश्लेषण व संकेतों का उपयोग करने वाला MeraJob इस दिशा में कार्य कर रहा है कि किस तरह से इनमें से कुछ युवाओं को नैतिक (एथिकल) हैकिंग और टेस्टिंग के लिए सेक्टर स्किल काउंसिलों और कंपनियों के माध्यम से प्रशिक्षण अवसरों से जोड़ा जा सकता है।
कई चैनलों से इन अभ्यर्थियों की सोर्सिंग करने से जॉब पोर्टल को एक प्लेटफार्म पर ज्यादा संख्या में पात्र लोगों को लाने में मदद मिलती है, क्योंकि इनमें से सभी को परम्परागत साधनों से नहीं खोजा जा सकता है। किसी पोर्टल पर खुद को रजिस्टर न कराने वाला कोई व्यक्ति, किसी नौकरी के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हो सकता है इसलिए सोशल मीडिया और रेफरल प्रोग्रामों के जरिए उनका पता लगाना ज़रूरी है। ऊपर जिन सरकारी योजनाओं का उल्लेख किया गया है, वे एक अन्य महत्त्वपूर्ण स्थान हैं जहाँ नौकरी के इच्छुक लोग बड़ी तादाद में आते हैं, और इसलिए MeraJob ने National Career Service, National Skill Development Corporation, Sector Skill Councils, और अब Army Welfare Placement Organization (AWPO) से भी साझेदारी कायम की है जो सेवानिवृत्त अधिकारियों तथा जूनियर कमीशंड अधिकारियों को सिविल क्षेत्र में नौकरियाँ खोजने में मदद करता है। मेजर जनरल Deepak Sapra, MD, AWPO ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि, "यह समय की माँग है कि भारत में भूतपूर्व सेवारत रहे लोगों के लिए सम्मानपूर्ण आजीविका सुनिश्चित करने के लिए निजी और सरकारी संस्थाएं मिलकर काम करें। MeraJob के साथ इस दिशा में हमने एक बड़ा कदम उठाया है।" यह गर्व का विषय है कि हमारा पोर्टल राष्ट्र-निर्माण में भूमिका निभा रहा है।
Girish Phansalkar, सह-संस्थापक तथा COO, MeraJob ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि, "युवाओं, नियोक्ताओं, जॉब पोर्टल्स और नीति-निर्माताओं के बीच विरोधाभास दर्शाने वाले दौर देखने के बाद, अब लोगों को बस किसी तरह किसी नौकरी में लाने की पुरानी विधियों में बदलाव की ज़रूरत पर अधिक जोर दिया जाने लगा है। इसके बजाय MeraJob जैसा ऑनलाइन डिजिटल टैलेंट मार्केटप्लेस Job Portal 1.0 (वर्गीकृत मॉडल) को बदलकर Job Portal 2.0 का रूप ले रह है जो कि Job Matching Portal है।"
उन्होंने आगे बताया कि, "MeraJob जॉब बोर्ड से कहीं बढ़कर, एक डेटा एनालिटिक्स और कम्युनिकेशंस कंपनी है। हम सोशल मीडिया सहित कई चैनलों तथा प्लेटफार्म पर अभ्यर्थियों के देखे गए व्यवहार के आधार पर उनके डेटा समृद्ध बनाने पर जोर देते हैं। इससे काफी विस्तृत SmartProfiles™ बनाए जाते हैं जिनके आधार पर हमारा अधिकृत मैचिंग-इंजन कार्य करता है। इससे खोज सुविधाएं भी बेहतर बनती हैं ताकि नियोक्ता सही कुशलता वाले लोग खोज सकें और अभ्यर्थियों के लिए उच्च केंद्रित सामग्री जैसे कि व्यक्तित्व-सुधार करने वाले वीडियो और लेख पेश किए जाते हैं जिससे उनको सेलेक्शन के समय और कार्य के समय बेहतर कर दिखाने में मदद मिले।"
Prime Minister Modi का यह कथन प्रासंगिक है कि "Skill India मिशन केवल आजीविका कमाने के लिए ही नहीं, बल्कि आत्म-विश्वास मजबूत बनाने के लिए है।"
ऐसी खूबियों के साथ MeraJob अभ्यर्थियों और नौकरियों की महज डॉयरेक्टरी बनने के बजाय ऐसे जॉब पोर्टल की भूमिका निभा रहा है जो अभ्यर्थियों और नौकरियों का अधिक जिम्मेदारी से मिलान करता है। वास्तव में, यह भारत का नम्बर 1 जॉब मैचिंग पोर्टल है, जो इसे मानव संसाधन तकनीक क्षेत्र की क्रांतिकारी कंपनी साबित करता है।
तो, जहाँ युवा लोग अभी भी ऐसे असली रेफरल देने के लिए प्रेरित हैं जो कंपनी की शर्तों का उल्लंघन न करते हों, वहीं नियमित आय के ज़रूरतमंद लोगों को इस सिस्टम में घोटाला करने की ज़रूरत नहीं है। वास्तव में, उनको सही अवसर खोजने में मदद के लिए ही यह सिस्टम डिजाइन किया गया है, ताकि वे छोटे-मोटे क्षणिक लाभों के चक्कर में न पड़ें। बस इस तरह के जॉब पोर्टल पर साइन-अप करें और अपने कैरियर को सँवारने की तैयारी करें।
MeraJob.in के विषय में:
MeraJob - India's 1st Job Matching Portal, नियोक्ताओं के लिए प्री-स्क्रीनिंग समाधान पेश करता है। इसके उत्पाद नियोक्ताओं को अपेक्षाकृत कम खर्चे में जल्दी नियुक्तियाँ करने में मदद करते हैं जबकि बेहतर गुणवत्ता की सोर्सिंग के साथ नियोक्ता के ब्रांड पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
मीडिया संपर्क:
Sumit Ray
[email protected]
+91-9891336989
Digital Marketing Manager, MeraJob
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